IZHAAR...
Monday, September 24, 2012
बारिश
जब बरसतीं हैं तो क्या बरसतीं हैं,
जुलाई की बारिश सी ये दुआएं...
जब तरसती हैं तो क्या तरसतीं हैं,
बरस भर तन्हा सी ये सदाएँ..
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